RAS 2012 के चयनित और पुरे राजस्थान में तिसरी रेंक प्राप्त करने वाले राजेन्द्र सिंह जी शेखावत बता रहे हैं कुछ महत्वपूर्ण जानकारी :-
आईये जानते हैं उन्ही के शब्दों में
Ras 2013 प्रारंभिकी के सम्पन्न होने के बाद संभावित सफल विद्यार्थियों के दिमाग में पहला प्रश्न कौंधता है-न्यूनतम समय में क्या पढ़ा जाये कि अच्छे अंक प्राप्त किये जा सके तथा इस हेतु सर्वाधिक उपयोगी पुस्तकें कौनसी है?
हालाँकि यूटोपिया का यह यक्ष प्रश्न सदैव अनुत्तरित रहा है फिर भी मेरे विवेक से कुछ पुस्तकें/रेफरेंस कंटेंट निम्न है जो आपके लिए RAS 2013 की मुख्य परीक्षा में काफी मददगार हो सकती है--
1.पेपर प्रथम--
इतिहास-
प्राचीन भारत-k c श्रीवास्तव
मध्य भारत-l p शर्मा
आधुनिक भारत-टीच योरसेल्फ प्रकाशन
विश्व भारत-शर्मा &व्यास
किरण गाइड(तथ्यात्मक)
राजस्थान का इतिहास-कालूराम शर्मा &लक्ष्य 2016 गाइड
2.भारतीय संविधान व् राजनीति व्यवस्था-
1.M LAXMIKANT(TMH PUBLICATION)
2.INDIAN CONSTITUTION-SUBHASH KASHYAP
राजस्थान की प्रशासनिक व्यवस्था-लक्ष्य 2016 गाइड
3.
अर्थशास्त्र-
भारत-लाल&लाल
राजस्थान-लक्ष्मी राम नाथुरामका
4.भूगोल-
विश्व एवम् भारत- क्रॉनिकल प्रकाशन की वैकल्पिक भूगोल (लेखक संजय सिंह)
राजस्थान भूगोल-लक्ष्य व् BC जाट की पुस्तक
पेपर द्वितीय---
गणित--RS अग्रवाल
रीजनिंग-US शेखावत
साइंस-लुसेंट जनरल साइंस
टेक्नोलॉजी-TMH(लेखक-शीलवंत सिंह)।।।
राजस्थान के संदर्भ में --लक्ष्य 2016
3.पेपर तृतीय---
1.क्रॉनिकल मासिक
2.दर्पण मासिक
3.अन्तराष्ट्रीय क्रोनोलॉजि
4.भारत व् राजस्थान के विशेष संदर्भ में पैनोरमा की पुस्तकें/गाइड
5.प्रशासन व् प्रबंध-सुरेन्द्र कटारिया की प्रशासनिक सिद्धान्त व् प्रबंध
6.प्रशासनिक नीतिशास्त्र-सुरेन्द्र कटारिया की पुस्तक
4.पेपर चतुर्थ(भाषा)
1.हिंदी-राघव प्रकाश की सामान्य हिंदी व्याकरण
+9-12 की सरल हिंदी व्याकरण
2.आंग्ल भाषा-BK रस्तोगी
व् रेन & मार्टिन की हाई स्कूल ग्रामर बुक मय solution key
3.राजस्थानी साहित्य-लक्ष्य प्रकाशन की इस विषयक प्रकाशित पुस्तक
उक्त किताबो के साथ आप चाहे तो किसी भी प्रख्यात कोचिंग के नोट्स यथा-स्प्रिंगबोर्ड जयपुर तथा परीक्षा काल में प्रकाशित होने वाली च्यवन प्रकाशन की गाइडस का भी सहारा ले सकते है ताकि सम्पूर्ण पाठ्यक्रम कवर किया जा सके।
अंततः आप सबको शुभकामनाये।
केवल और केवल आपकी कड़ी मेहनत ही आपको सफलता दिला सकती है।
'जब टूटने लगे हौसला तो ये याद रखना,
बिन मेहनत के तख्तो ताज नही होते ,
ढूंढ लेते है अंधेरों में भी रौशनी
क्योंकि जुगनू रौशनी के मोहताज नही होते।
इन्ही शुभेच्छाओं के साथ "
बहुत बहुत धन्यवाद सर !
आपका अपना
नवीन चौधरी
संपादक व लेखक
नवीन ग्लोबल पत्रिका
चित्र छाया में आदरणीय राजेन्द्र जी शेखावत की सक्सेस स्टोरी हमारी पत्रिका में
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