Sunday, 27 December 2015

केन्द्र सरकार की योजनाएँ

प्रिय पाठक ,
आज से हम केन्द्र सरकार की योजनाओं पर एक नजर ढालते हैं।हैं।
तो शुरू


कपड़ा मजदूर पुनर्वास निधि योजना के बारे में जानकारी

कपड़ा मजदूर पुनर्वास निधि योजना 1986 में शुरू की गई थी जिसे कपड़ा मजदूरों के विकास के लिए शुरू किया गया था। योजना केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित है। यह योजना उन मजदूरों के लिए है जो बंद हो चुकी किसी कपडा टेक्सटाइल में पांच साल या उससे अधिक समय के लिए कार्य कर चुके हैं। इस योजना के अंतर्गत वह सभी मजदूर जो 1985/06/06 से 1993/01/04 के बीच बंद हुई किसी मिल में 2500 प्रति माह या उससे कम वेतन ले रहे थे और उसके बाद बंद हुई मिलो में 3500 प्रतिमाह का वेतन ले रहे थे इस योजना के लिए पात्र हैं। कपड़ा मजदूर, वस्त्र आयुक्त के कार्यालय से संपर्क कर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।

लघु उद्योग हथकरघा क्षेत्र के विद्युत् करघा के यथास्थान उन्नयन हेतु पायलट योजना

वस्त्र मंत्रालय द्वारा लघु उद्योग हथकरघा क्षेत्र के विद्युत् करघा के यथास्थान उन्नयन हेतु पायलट योजना शुरू की गई है। योजना केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित है। सभी विद्युत् करघा इस योजना के लिए पात्र हैं। लाभार्थी योजना के बारे में अधिक जानकारी पाने के लिए वस्त्र आयुक्त के कार्यालय और वस्त्र मंत्रालय से संपर्क कर सकते हैं।

पूर्वोत्तर क्षेत्र वस्त्र संवर्धन योजना के बारे में जानकारी

 वस्त्र मंत्रालय द्वारा देश के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में शुरू की गई पूर्वोत्तर क्षेत्र वस्त्र संवर्धन योजना (एनईआरटीपीएस) के बारे में जानकारी प्राप्त करें। उपयोगकर्ता पात्रता मानदंड, लाभार्थी प्रकार और योजना के लाभ के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। योजना का लाभ केसे उठायें इससे सम्बंधित जानकारी प्रदान की गई है। आवेदन अधिकार और ज़रूरी दस्तावेजों की जानकारी भी दी गई है।

जूट प्रौद्योगिकी योजना

वस्त्र मंत्रालय ने जूट फाइबर की उपज और गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए जूट प्रौद्योगिकी योजना(जेटीएम) शुरू की है। योजना जूट उद्योग में लाभ प्राप्त करने के लिए शुरू की गई है। योजना, उसके उद्देश्यों, वित्तपोषण, लाभार्थियों आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। आवेदन करने की प्रक्रिया, आवेदन करने का स्थान, संबंधित प्राधिकरण और अधिकारियों के बारे में जानकारी प्रदान की गई है।



इंतजार कीजिए अगले पोस्ट का उसमें हम अन्य योजनाओं के बारे में जानेगें......
आपका अपना
नवीन चौधरी
संपादक नवीन ग्लोबल पत्रिका

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