Wednesday, 21 October 2015

विजयादशमीं की शुभकामनाएं


विजयादशमी के अवसर पर समस्त प्रदेशवासियो को नवीन ग्लोबल पत्रिका की तरफ से हार्दिक शुभकामनाएँ....!
आप सत्य, सतीत्व, सहनशीलता, साहस, संकल्प, सेवा, सुख-त्याग समर्मण और संयम आदि गुणों के शस्त्रों से अवगुणों का वध करें....!



राजस्थान में सरकार नें निकाली भर्तीयां
राजस्थान सरकार नें 16 अक्टूबर को सरकारी विभागों में भर्तीयों की घोषणा की है ।  नवीन ग्लोबल पत्रिका के संपादक नवीन चौधरी ने बताया कि सरकार ने 13098 शिक्षकों , 257 सहायक क्रषि अधिकारी व 2038 वन विभाग में वनपाल व वनरक्षकों की भर्ती के लिए ओनलाईन आवेदन आमंत्रित किए हैं । इसी के साथ भारतीय सेना नें भी 10+2 विज्ञान उत्तीर्ण अभ्यार्थियों से भी आवेदन मागें हैं ।
एवं भारत सरकार के NIA में भी मागें गए हैं ।
आज ही पढें और पढाऐं ।


दीपावली धमाका
हम लाऐ हैं आपके लिए दीपावली विज्ञापन धमाका
नवीन ग्लोबल पत्रिका में विज्ञापन बुक करवाकर आज ही ओफर का लाभ उठाऐं ।
आपके एक विज्ञापन पर 25% , 6 महिने की बुकिगं पर 35% व 12 महिने की बुकिगं पर 50% की छुट दी जायेगी ।इसी के साथ हमारे दिवाली विषेषांक में भी आप विज्ञापन के लिए सम्पर्क कर सकते हैं
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
򣰽📚✒񆬒नवीन गलोबल पत्रिका ✒📚

Saturday, 10 October 2015

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 2 अक्टूबर 2015 को नई दिल्ली में इंडिया टूडे समूह द्वारा आयोजित, सफाईगिरी शिखर सम्मेलन एवं पुरस्कार 2015 के अवसर पर विजेता को सफाईगिरी पुरस्‍कार प्रदान करते हुए।



केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री, श्री जुआल ओराम 6 अक्‍तूबर, 2015 को जयपुर में राजस्‍थान की मुख्‍यमंत्री, श्रीमती वसुंधरा राजे से मुलाकात करते हुए।

सरकार ने ‘ई-प्रकाशन’ की शुरुआत की

मुद्रित राजपत्र अधिसूचनाओं के लिए लंबा इंतजार अब समाप्त -


सरकार की राजपत्र अधिसूचनाएं  http://www.egazette.nin.in पर प्रकाशित की जा रही हैं
शहरी विकास मंत्रालय ने हर साल राजपत्र अधिसूचनाओं के
3.50 करोड़ पेजों की छपाई बंद की

शहरी विकास मंत्रालय ने अपने एक महत्वपूर्ण कदम के तहत भारत सरकार की राजपत्र अधिसूचनाओं की छपाई बंद कर दी है और इसके स्थान पर अब ई-प्रकाशनकी शुरुआत कर दी है। इसके साथ ही मुद्रित राजपत्र अधिसूचनाओं के लिए लंबा इंतजार अब समाप्त हो गया है। शहरी विकास मंत्री श्री एम. वेंकैया नायडू की पहल पर इस महीने की पहली तारीख से ही ई-प्रकाशन की तरफ सफलतापूर्वक कदम बढ़ा दिया गया है।
विभिन्न तरह के कानूनों, अधिनियमों, नियमों, आदेशों और सरकारी निर्णयों को विधिमान्य एवं प्रमाणित करने और प्रभावी बनाने के लिए राजपत्र अधिसूचनाएं जारी करना एक महत्वपूर्ण कानूनी अनिवार्यता है। सभी उपयोगकर्ता समूहों को इन अधिसूचनाओं की प्रतियां प्राप्त करने के लिए कई महीनों तक इंतजार करना पड़ता था, क्योंकि इनकी छपाई में काफी वक्त लगता था।  सरकार के विभिन्न मंत्रालय और विभाग राजपत्र प्रकाशन से जुड़ी अपनी आवश्यकताएं सरकारी प्रिंटिंग प्रेस को सौंप दिया करते थे, जहां टाइप की सेटिंग, छपाई और प्रकाशन पर काम होता था। इसके बाद हार्ड कॉपी (प्रतियां) को सभी सरकारी और निजी उपयोगकर्ताओं द्वारा उपयोग हेतु बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाता था।
इसमें होने वाले विलम्ब को समाप्त करने के लिए शहरी विकास मंत्रालय ने प्रकाशन विभाग को इनकी छपाई बंद करने और संबंधित मंत्रालयों एवं विभागों से राजपत्र अधिसूचनाएं प्राप्त होने के पांच दिनों के भीतर अपनी आधिकारिक वेबसाइट http://www.egazette.nic.in  पर सभी राजपत्र अधिसूचनाओं का ई-प्रकाशन करने का निर्देश दिया है। समस्त भावी संदर्भों के लिए राजपत्र से जुड़े दस्तावेजों के रखरखाव की जिम्मेदारी विभाग को सौंपी गई है।
उपयोगकर्ता समूह और नागरिक सभी राजपत्र अधिसूचनाओं को निःशुल्क डाउनलोड और प्रिंट कर सकते हैं। सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के प्रावधानों के तहत डाउनलोड और प्रिंट की गईं राजपत्र की प्रतियां सभी आधिकारिक एवं कानूनी कार्यों के लिए पर्याप्त मानी जाएंगी।
ई-प्रकाशन की खास अहमियत है क्योंकि अनेक राजपत्र अधिसूचनाएं भूमि अधिग्रहण से जुड़े मसलों समेत राष्ट्रीय हित की परियोजनाओं से वास्ता रखती हैं। यही नहीं, अब इन राजपत्र अधिसूचनाओं के जल्द उपलब्ध हो जाने से आगे की प्रक्रियाओं की शीघ्र शुरुआत संभव हो पाएगी।
ई-प्रकाशन से न केवल समय की भारी बचत होगी, बल्कि हर साल इन अधिसूचनाओं के तकरीबन 3.50 करोड़ पेजों की छपाई की जरूरत भी अब नहीं रह गई है। इसके फलस्वरूप 90 टन कागज के अलावा बिजली, रसायनों, रंग इत्यादि पर हर साल खर्च होने वाले 40 करोड़ रुपए की प्रकाशन लागत की बचत होगी। इतना ही नहीं, यह एक प्रमुख पर्यावरण अनुकूल कदम भी है।
भारत सरकार की प्रिंटिंग प्रेस शहरी विकास मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अधीन हैं।